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Tuesday, 5 November 2024

नरकासुर की कहानी



नरकासुर एक अत्याचारी और क्रूर असुर राजा था, जिसने अपने शक्ति के नशे में चूर होकर देवताओं और अन्य निर्दोष प्राणियों पर अत्याचार किए। उसकी दुष्ट प्रवृत्तियों के कारण देवताओं में भय और आतंक का माहौल बन गया था। उसने कई देवताओं और पवित्र आत्माओं की कन्याओं को बंदी बना लिया था और अपनी शक्ति का गलत उपयोग करके अपने राज्य में आतंक का साम्राज्य स्थापित कर लिया था।

इस अत्याचारी असुर का अंत करने के लिए भगवान श्रीकृष्ण ने उसकी ओर कदम बढ़ाए। इस अभियान में श्रीकृष्ण की पत्नी, देवी सत्यभामा ने भी उनकी सहायता की। पौराणिक कथाओं के अनुसार, सत्यभामा को एक वरदान प्राप्त था, जिसके कारण केवल वही नरकासुर का वध कर सकती थीं। सत्यभामा के साहस और भगवान कृष्ण की शक्ति के साथ, उन्होंने नरकासुर की विशाल सेना का सामना किया और उसे परास्त किया। युद्ध के अंतिम क्षणों में सत्यभामा ने अपने दिव्य बल से नरकासुर का वध कर दिया, जिससे उसका आतंक का साम्राज्य समाप्त हुआ और देवताओं को मुक्ति मिली।

इस विजय को नरक चतुर्दशी के रूप में मनाया जाता है, जो दीपावली के एक दिन पहले आता है। यह पर्व बुराई पर अच्छाई की जीत और धर्म की स्थापना का प्रतीक है। नरक चतुर्दशी के दिन दीप जलाकर अंधकार को दूर किया जाता है और जीवन में उजाले का स्वागत किया जाता है। यह पर्व हमें यह संदेश देता है कि सत्य और न्याय की राह पर चलते हुए सभी प्रकार की बुराइयों को पराजित किया जा सकता है, चाहे वे कितनी भी शक्तिशाली क्यों न हों।

 

Thursday, 6 June 2024

शटकासुर और भगवान कृष्ण


 शकटासुर एक राक्षस था जिसे भगवान कृष्ण को मारने के लिए भेजा गया था और इसके बदले 3 महीने के कृष्ण ने उसे मार डाला था। भगवान कृष्ण ने निराकार शकटासुर का वधशकटासुर का वध कैसे किया इसकी कहानी सुनिए।

Sakatasura and Lord Krishna


Sakatasura was a Demon sent to kill Lord Krishna and instead was killed by the 3 month old Krishna. Listen to the story of how Lord Krishna Killed the formless SakatasuraLord Krishna Killed the formless Sakatasura

Tuesday, 7 May 2024

परस्त्रीमें आसक्ति - पतन का कारण

 


हमारे बुरे कर्म और इरादे ही हमारे पतन का कारण बन जाते हैं। किसी भी व्यक्ति के लिए दूसरे लोगों के जीवनसाथी के प्रति बुरे इरादे रखना समस्याग्रस्त हो सकता है और इसके कारण उनको अपनी जान गंवानी पड़ सकती है। महाभारत की इस कहानी में इसके बारे में और जानें।

Thursday, 21 March 2024

श्रमा सदा सही नहीं - जानें जयद्रथ की कहानी से

 





कभी-कभी मुझे लगता है कि हमें अहिंसा परमो धर्म का केवल आधा श्लोक ही पढ़ाया जाता है जो हमारे लिए घातक हो सकता है। हमें उन लोगों के खिलाफ खड़ा होना चाहिए जिन्होंने हमारा अपमान किया है, हमें नीचा दिखाया है और हमारे प्रति क्रूर रहे हैं अन्यथा हम अपने जीवन में जयद्रथ पैदा करने की राह पर आगे बढ़ सकते हैं। इस कहानी में जानिए जयद्रथ ने पांडवों को उनके बड़े और नेक दिल की क्या कीमत चुकाई।

Tuesday, 19 March 2024

अभिमन्यु की वीर गाथा

 




महाभारत की कहानी में अभिमन्यु एक महान योद्धा थे। वह अर्जुन के पुत्र और भगवान कृष्ण के भतीजे थे। यदि वह 18 वर्ष की अल्पायु से अधिक जीवित रहा होता, तो शायद उसने अपने पिता की महिमा को धूमिल कर दिया होता। ऐसा पराक्रमी था अभिमन्यु | किस बात या व्यक्ति ने इतनी बेरहमी से उसका जीवन छोटा कर दिया। आइए आज इस कहानी में इसके बारे में सुनते हैं |

Sunday, 25 February 2024

Satyabhama Learns the Lesson about True Love

 


The name Krishna is made of three letters, albeit ones which are crooked. Like his name, The Lord has a great sense of humor which can teach others a lesson and can also put others in a spot. In this amazing story know how Lord Krishna taught his proud wife Satyabhama a lesson in love.

Tuesday, 20 February 2024

What is the relation between Mata Katyayani and Lord Krishna


What is the relation between Mata Katyayani and Lord Krishna. Lord Krishna was so handsome and charming that every young Gopika wanted to have him as her husband. Katyayani Devi is said to be a form of Mata Sati.

Listen to it in this fascinating tale of the Gopikas.


Monday, 19 February 2024

माता कात्यायनी और भगवान कृष्ण का अद्भुत संबंध


 

भगवान कृष्ण इतने सुंदर और आकर्षक थे कि हर युवा गोपिका उन्हें अपने पति के रूप में पाना चाहती थी। कात्यायनी देवी को माता सती का रूप कहा जाता है। ये कहानियाँ आपस में कैसे जुड़ती हैं? इसे गोपिकाओं की इस आकर्षक कहानी में सुनें।

Sunday, 11 February 2024

बिना कृष्ण को देखे प्रेम में पड़ीं रुक्मणी



रुक्मिणी जी को देवी लक्ष्मी का अवतार कहा जाता था। उनकी बुद्धिमत्ता, उनकी सुंदरता और ईमानदारी अद्वितीय थी। कृष्ण के प्रति उनका प्रेम दिव्य और पूर्ण था। सबसे रोमांचक बात यह है कि उन्हें किसी चेहरे या शरीर से प्यार नहीं हुआ, बल्कि उन्हें कृष्ण के वीरतापूर्ण कार्यों से प्यार हो गया, बिना यह जाने कि वे कैसे दिखते हैं। यह प्रेम आत्मीय था

Friday, 9 February 2024

Love is Blind and Rukminiji Proved It

 



Rukmini ji was said to be the incarnation of Goddess Lakshmi. Her intelligence, her beauty and honesty were unparalleled. Her love for Krishna was Divine and her absolute. The most intriguing part is that she did not fall in love with a face or body but she fell in love with Krishna for his heroic deeds without even knowing how he looked. That is what Soul mates are made of.

Sunday, 4 February 2024

How Mirabai became the Devotee of Lord Krishna


Love has many forms and devotion is one of them. Meerabai is said to be the epitome of Devotion. She defied all material boundaries to be one with her Girdhar Gopal. It resulted in her Gopal coming to her rescue any time people insulted or hurt her. She is always remembered as a Saint and with reverence.