श्री कालहस्तीश्वर मंदिर पंचमहाभूतेश्वर से संबंधित वायु तत्व से जुड़ा हुआ है, जो भगवान शिव का प्रतिनिधित्व करता है। श्रीकालहस्तीश्वर मंदिर, चित्तूर, आंध्र प्रदेश में स्थित है और यह पंच भूता स्थलम में से एकमात्र ऐसा मंदिर है जो तमिलनाडु के बाहर स्थित है। ऐसा माना जाता है कि कालहस्ती मंदिर की यात्रा करने से भक्तों को मुक्ति प्राप्त होती है।
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Tuesday, 24 September 2024
कालहस्तेश्वर मंदिर - भगवान शिव का वायु तत्व मंदिर
श्री कालहस्तीश्वर मंदिर पंचमहाभूतेश्वर से संबंधित वायु तत्व से जुड़ा हुआ है, जो भगवान शिव का प्रतिनिधित्व करता है। श्रीकालहस्तीश्वर मंदिर, चित्तूर, आंध्र प्रदेश में स्थित है और यह पंच भूता स्थलम में से एकमात्र ऐसा मंदिर है जो तमिलनाडु के बाहर स्थित है। ऐसा माना जाता है कि कालहस्ती मंदिर की यात्रा करने से भक्तों को मुक्ति प्राप्त होती है।
Thursday, 19 September 2024
अनन्त चतुर्दशी की कहानी
अनंत चतुर्दशी हिंदू और जैन धर्म का एक महत्वपूर्ण त्योहार है, जो भगवान विष्णु को समर्पित है और इसे विश्वभर में भक्तों द्वारा मनाया जाता है। इस दिन भगवान विष्णु की पूजा उनके अनंत (असीम) रूप में की जाती है, जो उनकी अनंत शक्ति और दिव्यता का प्रतीक है। 'अनंत' शब्द का अर्थ होता है 'असीम' या 'अनंतकालिक', जो भगवान विष्णु की असीम शक्तियों को दर्शाता है।
इस अवसर पर भक्त अनंत व्रत रखते हैं और भगवान से यह वचन लेते हैं कि उनकी कठिनाइयों और दुखों से मुक्ति मिलेगी। यह माना जाता है कि जो व्यक्ति इस व्रत को पूर्ण भक्ति और श्रद्धा के साथ करता है, उनके जीवन से सभी कठिनाइयां भगवान नारायण (विष्णु) द्वारा दूर हो जाती हैं। कुछ लोग इस व्रत को चौदह वर्षों तक लगातार रखते हैं। अनंत चतुर्दशी के दिन भगवान विष्णु के "अनंत शय्या" रूप की पूजा की जाती है। इस रूप में भगवान विष्णु शयन मुद्रा में होते हैं, जो सृष्टि से पहले की अव्यवस्था और संतुलन की स्थिति का प्रतीक है। यह शयन मुद्रा दर्शाती है कि भगवान विष्णु सृष्टि की उत्पत्ति और विनाश के बीच संतुलन बनाए रखते हैं, और उनका यह रूप सृष्टि के अस्तित्व से पहले के समय का प्रतीक है।Tuesday, 20 August 2024
अर्जुन को शिवजी से मिला जयद्रथ वध का आशीर्वाद
Tuesday, 7 May 2024
परस्त्रीमें आसक्ति - पतन का कारण
हमारे बुरे कर्म और इरादे ही हमारे पतन का कारण बन जाते हैं। किसी भी व्यक्ति के लिए दूसरे लोगों के जीवनसाथी के प्रति बुरे इरादे रखना समस्याग्रस्त हो सकता है और इसके कारण उनको अपनी जान गंवानी पड़ सकती है। महाभारत की इस कहानी में इसके बारे में और जानें।
Loss of Life due to Lust – A story from Mahabharat
Monday, 29 April 2024
सोमनाथ मंदिर की पौराणिक कथा
Monday, 8 April 2024
A Story relating Time and Lord Vishnu’s Maya
कालचक्र और भगवान की माया का संबंध
सनातन धर्मियों के लिए इस आने वाले नए साल, 2081 में, आइए जानें कि कैसे भगवान कृष्ण ने नारद ऋषि को अपनी माया और 60 साल के चक्र के बीच संबंध दिखाया। समय और माया का आपस में क्या संबंध है यह इस कहानी से समझा जा सकता है।
Wednesday, 20 March 2024
हम पूजा में अपनी तर्जनी का उपयोग क्यों नहीं करते हैं?
Our index finger represents THE EGO. Using the index finger during worship creates a distance or separation between us and the divine. Watch this video to know in detail.
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